सेटिंग छिलाई और नगीने जड़ित मोर आकृति मे रवा से तैयार पूँची देखने मे कैसी लगती है ?
सेटिंग छिलाई और नगीने जड़ित मोर आकृति मे रवा से तैयार पूँची देखने मे कैसी लगती है ?
और जब ये आभूषण पूर्ण रूप से तैयार कर लिया जाता है। तब ये आभूषण धारण करने के बाद हर एक महिला की फिलिंग ये ही कहती है -----
आज मैं i) ऊपर आसमाँ नीचे आज मैं आगे, ज़माना है पीछे |Tell me | ओ ख़ुदा अब मैं क्या करूँ चलूँ सीधी कि उल्टी चलूँ-आज मैं ऊपर, आसमाँ नीचे ... यूँ ही बिन बात के, छलके जाये हँसी डोले जब हवा, लागे गुद्गुदी सम्भालो गिर पड़ूँ अरे अरे अरे अरे अरे तौबा क्या करूँ चलूँ सीधी की उल्टी चलूँ आज मैं ऊपर ...... आज मैं ऊपर, आसमाँ नीचे आज मैं आगे, ज़माना है पीछे |Tell me|ओ ख़ुदा अब मैं क्या करूँ सर के बल या कदम से चलूँ आज मैं ऊपर ... झूमें जा मौज में रुकना न जान--ए--जाँ देखूँ ये तरंग रुकती है कहाँ मैं भी तेरे संग इन लहरों पे चलूँ सर के बल या कदम से चलूँ आज मैं ऊपर ____
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