एंटीक export type ज्वेलरी मे हार (necklace) की आकर्षित डिजाइन कैसी लगती है ?
ज्वेलरी एक मूल्यवान और सुंदर सामर्थ्य होती है जिसे लोग आकर्षित होते हैं। यह चांदी- सोने- पत्थर- मोती आदि से बन सकती है और अक्सर व्यक्तिगत और सांस्कृतिक मूल्य को दर्शाती है।
ज्वेलरी का उपयोग शादी, महत्वपूर्ण उत्सव, समारोह और अन्य खास अवसरों पर किया जाता है। यह व्यक्ति की व्यक्तिगतिका को प्रकट करने का एक तरीका भी हो सकता है और कई समयों पर संपन्नता का प्रतीक भी।
चांदी के आभूषण सुंदरता और शैली का प्रतीक होते हैं। ये आपके वस्त्र और परिधान को और भी आकर्षक बना सकते हैं, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप उन्हें सुरक्षित तरीके से संभालें और साफ रखें।
पूराने डिजाइन के आभूषण चुनने में आपको रत्नों से भरपूर जड़ी-बूटी और क्लासिक शैली के आभूषण मिल सकते हैं, जैसे कि कोइल, चांदबालियां, हार, नथ, बिचुए, ब्रेसलेट्स आदि।
पूराने डिजाइन के आभूषण चुनने में आपको रत्नों से भरपूर जड़ी-बूटी और क्लासिक शैली के आभूषण मिल सकते हैं, जैसे कि कोइल, चांदबालियां, हार, नथ, बिचुए, ब्रेसलेट्स आदि।
विभिन्न समयों और संस्कृतियों के आधार पर आप अलग-अलग स्टाइल के आभूषण चुन सकते हैं, जैसे कि विक्टोरियन, रोमन, मिडीवल, आदि।
राजस्थानी गहनों मे राजस्थानी गीत
बाई सा रा बीरा जयपुर ज्याजो जी,
आता तो लायजो, तारां री चुन्दडी
सुन्दर गौरी पोत (भाँत प्रकार ) बतावो जी,
सुन्दर गौरी भाँत बतावो जी,
कसिक ल्यावां तारां री चुन्दडी
बाई सा रा बीरा, हरा हरा पल्ला जी,
बाई सा रा बीरा, हरा हरा पल्ला जी,
कसुमल रंग की तारां री चुन्दडी
म्हारा मिरगा नैणी ओढ़ बतावो जी,
कसिक सोवे तारां री चुन्दडी
बाई सा रा बीरा, ननद हठीली जी,
बाई सा रा बीरा, ननद हठीली जी,
ओढ़न नहीं दे तारां री चुन्दडी
म्हारा चंदा बदनी ओढ़ बतावो जी
महलां में निरखां जाली री चुन्दडी
राजस्थानी गहनों मे राजस्थानी गीत
बाई सा रा बीरा जयपुर ज्याजो जी,
आता तो लायजो, तारां री चुन्दडी
सुन्दर गौरी पोत (भाँत प्रकार ) बतावो जी,
सुन्दर गौरी भाँत बतावो जी,
कसिक ल्यावां तारां री चुन्दडी
बाई सा रा बीरा, हरा हरा पल्ला जी,
बाई सा रा बीरा, हरा हरा पल्ला जी,
कसुमल रंग की तारां री चुन्दडी
म्हारा मिरगा नैणी ओढ़ बतावो जी,
कसिक सोवे तारां री चुन्दडी
बाई सा रा बीरा, ननद हठीली जी,
बाई सा रा बीरा, ननद हठीली जी,
ओढ़न नहीं दे तारां री चुन्दडी
म्हारा चंदा बदनी ओढ़ बतावो जी
महलां में निरखां जाली री चुन्दडी
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